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वीआईपी रोककर कावड़यात्रियों को कराए दर्शन
महाकालेश्वर मंदिर में जलाभिषेक के लिए आ रहे कावड़यात्रियों को जलाभिषेक व दर्शन कराने के दौरान शुक्रवार को मंदिर प्रशासन ने वीआईपी दर्शनार्थियों को रोके रखा। ऐसा इसलिए किया ताकि गर्भगृह में अन्य श्रद्धालुओं को दर्शन करते देख कावड़यात्री भी गर्भगृह में जाने की जिद न करें।
महाकाल मंदिर में शुक्रवार को तीन कावड़यात्राएं और तीन कलश यात्राएं आईं। बरेली के कावड़यात्री ओंकारेश्वर से नर्मदा जल लेकर पैदल आए थे। इनके अलावा खाचरौद की भी कावड़यात्रा आई। पिंगलेश्वर से सांस्कृतिक हिंदू सेवा समिति की कलश यात्रा में दो हजार से ज्यादा महिलाएं कलश लेकर आईं और जलाभिषेक किया। इनके अलावा छोटी यात्राएं भी आईं। मंदिर प्रशासन ने बड़ी यात्राओं के दौरान गर्भगृह में जाकर पूजन करने वाले वीआईपी को जल द्वार पर रोक दिया। ताकि गर्भगृह में दर्शन करते श्रद्धालु दिखाई न दें। बुधवार को कावडय़ात्रियों ने इसी बात को लेकर हंगामा किया था। मंदिर समिति ने गुरुवार को कावड़यात्रियों को कार्तिकेय मंडपम से दर्शन व जलाभिषेक कराने की व्यवस्था लागू की थी। शुक्रवार को एक और बदलाव करते हुए वीआईपी को रोक कर कावड़यात्रियों को दर्शन कराए गए।
पिंगलेश्वर से सैकड़ों महिलाएं कलश लेकर महाकाल मंदिर पहुंची।